न्याय से मिलेंगे 72 हजार, राष्ट्रीय घोषणापत्र को किया पेश 

कई योजनाओं को बताया फेल, कांग्रेस ने मोदी सरकार पर बोला हमला


दिल्ली की सात सीटों पर जल्द आएगा घोषणापत्र



नई दिल्ली, अप्रैल। कांग्रेस आलाकमान ने देश भर के 22 राज्यों में घोषणापत्र को लेकर प्रदेश इकाईयों को प्रचार प्रसार के निर्देश दिए तो पार्टी के भारी भरकम नेताओं ने राज्यों का रूख कर लिया। दिल्ली प्रदेश मुख्यालय पहुंचे पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी भी पहुंचे और उन्होने केंद्र की स्मार्ट सिटी योजना, फसल बीमा योजना, रोजगार देने वाली योजनाओं को फ्लॉप बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमले बोले।


हां, इस मौके पर प्रदेश प्रभारी पीसी चाको और शीला दीक्षित में गठबंधन को लेकर मत भिन्नता जरूर दिखी। शीला दीक्षित ने आम आदमी पार्टी व कांग्रेस के बीच गठबंधन को जहां सिरे से खारिज कर दिया वहीं चाको ने कहा कि जो भी भविष्य में होगा मैं और शीला दीक्षित जी सामने लेकर आएंगे। अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया कि कांग्रेस के घोषणापत्र में सोच, दूरदर्शिता, सम्पूर्णता, ईमानदारी है।


उन्होने इसकी समीक्षा का सुझाव भी दे दिया और कहा कि जुमलेबाजी, फेकूबाजी के आधार पर इसकी समीक्षा करें। उन्होने बताया कि घोषणापत्र को पूरे देश के विशेषज्ञों से बातचीत के आधार पर बनाया गया है। न्याय को सबसे प्रमुख योजना बताते हुए उन्होने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री की प्रतिक्रिया को खिसियानी बिल्ली खंबा नोंचे जैसी बताया। उन्होने दावा किया कि बजट से पहले भाजपा सरकार ने भी न्याय जैसी योजना की बात कही है।


श्री सिंघवी ने कहा कि एनडीए सरकार के वादों व कामकाज में अंतर है। बेरोजगारी के आंकड़े नहीं जारी किए जाने पर उन्होने कहा कि मोदी सरकार का नियम है कि खेल में जब हारने लगे तो नियम बदल दो, मोदी भी इस मामले ऐसा ही कर रहे हैं। उन्होने स्टार्टअप पर कहा कि हम हर एमएसएमई को तीन साल तक सहयोग करेंगे।


इन पर कोई कानून लागू नहीं होंगे, सिवाय न्यूनतम मजदूरी के उन्होने शिक्षा में सुधार, वोकेशनल ट्रेनिंग की पुख्ता व्यवस्था पर जोर दिया। हालाकि कांग्रेस नेताओं से जब पूछा कि दिल्ली का इन मुद्दों से सीधा क्या वास्ता है तो कहा कि ये राष्ट्रीय घोषणापत्र में हैं और कांग्रेस सरकार बनने पर ये यहां भी लागू किया जाएगा।


जबकि पार्टी सत्रों की माने तो दिल्ली की सात सीटों पर चुनाव से पहले पार्टी एक और घोषणापत्र लाएगी। आज राष्ट्रीय घोषणापत्र पर चर्चा के दौरान शीला दीक्षित, हारून यूसुफ, मंगत राम सिंघल, योगानंद शास्त्री सहित कई नेता मौजूद थे।


एक टिप्पणी भेजें (0)
और नया पुराने
close