फैल रही बदबू, नालों की गाद निकालकर सड़कों पर छोड़ने से 

घरों तक पहुंच रही गाद गाड़ियों के टायर के साथ 



आवाज़ ए हिंद टाइम्स सवांदाता, नई दिल्ली, जून। मानसून के दौरान दिल्ली में होने वाले जलभराव को देखते हुए राजधानी के नालों की सफाई का काम तेज हो गया है। इस दौरान नालों से निकलने वाले गाद को सड़कों पर ही छोड़ा जा रहा है, जिसे कई दिनों तक मौके से उठाया नहीं जाता।


बुधवार देर शाम तक उत्तम नगर, पंखा रोड, ककरौला मोड़, द्वारका सेक्टर 3 स्थित पॉकेट 16, द्वारका डाबड़ी, द्वारका सेक्टर 10, सेक्टर 4, सेक्टर 6, सेक्टर 5, सेक्टर 19, करावल नगर मेन रोड, मुस्तफाबाद 25 फुटा रोड सहित दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में नालों की सफाई के बाद गाद को सड़कों पर ही छोड़ दिया गया है।


उत्तम नगर पंखा रोड के स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां बड़ी मशीनों के माध्यम से गाद निकाल कर बाहर फेंक दिया गया है जिससे दूर तक बदबू फैल रही है। इसके अलावा आसपास गंदगी भी फैल रही है। उन्होंने बताया कि गाड़ियों के टायर के साथ नालों की गाद घरों तक पहुंच रही है।


वहीं डाबडी मोड के स्थानीय लोगों का कहना है कि नालों से निकलने वाले गाद को यहीं छोड़ने से गंदगी तो फैल रही है। उन्होंने कहा कि समय पर इन गाद को न हटाने के कारण बारिश के पानी के साथ यह फिर से नालों में ही चले जाते हैं। जिससे नाला जाम हो जाता है। वहीं लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन दिनों नालों की सफाई जारी है। टेंडर जारी करते समय यह निर्देश दिए गए हैंकि गाद निकाले के साथ ही इन्हें उठाया जाए।


बिना उपकरण नालों की सफाई कर रहे मजदूर-


नालों की सफाई के दौरान मजदूरों को पर्याप्त उपकरण उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं। हालत यह है कि उन्हें अर्धनग्न होकर नालों में उतरना पड़ रहा है। इस संबंध में मजदूरों ने बताया कि उपकरण को लेकर किसी को शिकातय भी नहीं कर सकते हैं।


यदि किसी को बोलते हैं तो ठेकेदार काम से हटा देता है। उन्होंने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि गर्मियों के दौरान इन नालों ने गंदी गैस निकलती है। कई बार सिर चकराने लगता हैं लेकिन रोजी-रोटी के लिए हमें नालों में उतरना ही पड़ता है।


उन्होंने कहा कि दिल्ली में ज्यादातर छोटे व मध्यम स्तर के नाले हैं और इन नालों की सफाई के लिए कोई उपकरण उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा।


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