घरेलू नुस्खे बड़े कारगर हैं
- स्वस्थ्य सम्बन्धी -
• बच्चे को सर्दी लगने पर कोल्ड डायरिया हो सकता है। ऐसे में एक चुटकी अजवाइन को 6-7 चम्मच पानी में मिलाकर धीमी आंच पर उबाल लें। इसमें थोड़ी मिश्री डाल दें। इसे दिन भर में तीन- चार बार दें। बच्चे के पेट में कीड़े हों, तो तुलसी की पत्तियों को गुड़ के साथ पीसकर रोज बच्चे को खिलाएं। इससे समस्या खत्म होगी, साथ ही शरीर में खून भी बढ़ेगा।
• सर्दियों में बाल काफी ड्राई होने से रूसी के साथ बाल झड़ने की समस्या होती है। बालों में तेल की मसाज के बाद उसे गर्म पानी वाले तौलिये से स्टीम दें। इससे बालों में तेल जड़ों तक पहुंचता है व उन्हें मजबूती मिलती है। मिलती है। माइग्रेन में दर्द होने पर कपूर को घी में मिला. कर सिर पर हल्के हाथों से कुछ देर तक मालिश कीजिए।
• माइग्रेन में राहत मिलती है बटर में मिश्री को मिलाकर खाने से ।
• माइग्रेन में होने वाले सिरदर्द से राहत मिलती है और माइग्रेन ठीक होता है, नींबू के छिलके को पीसकर, इसका लेप माथे पर लगाने से
• अदरक का सेवन करने से त्वचा आकर्षित और चमकदार होती है।
• खांसी आने पर अदरक के छोटे टुकड़े को बराबर मात्रा में शहद के साथ गर्म करके दिन में दो बार सेवन कीजिए।
• पेट और कब्ज की समस्या के लिए अदरक बहुत फायदेमंद है। अदरक को अजवाइन और नींबू के रस के साथ थोड़ा सा नमक मिलाकर खाइए।
अवसाद के इलाज में कारगर जादुई मशहम
एक नए शोध में दावा किया गया है कि सिलोकाइबिन मशरूम यानी जादुई मशरूम बेहद प्रभावी ढंग से अवसाद का इलाज कर सकती है। यह जादुई मशरूम इस बीमारी से परेशान मरीजों के मस्तिष्क के प्रमुख तंत्र की गतिविधि को फिर से शुरू कर सकने में सक्षम है। ब्रिटेन के इंपीरियल कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने अवसाद से पीड़ित कुछ मरीजों के इलाज के लिए सिलोकाइबिन (मशरूम में पाया जाने वाला मनसक्रिय पदार्थ) का प्रयोग किया। ये वैसे मरीज थे जिनका इलाज पांरपरिक उपचार के जरिए सफल नहीं हो पाया था। उन्होंने पाया कि इलाज के कई हफ्तों बाद, सिलोकाइबिन लेने वाले मरीजों में बीमारी के लक्षण कम होने लगे। यह शोध साइंटिफिक रिपोर्ट्स पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
कई बिमारियों का रामबाण इलाज काजू
काजू में मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन, पोटैशियम, जिंक आदि पाया जाता हैं। यह सब हमारे शरीर को स्वस्थ्य बनाने में काम आता हैं। काजू में आयरन की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में खून की कमी को पूरा करता है। काजू में फॉस्फोरस की मात्रा भी पर्याप्त होती है, जो दांतों के मजबूत रखता है। इसलिए रोजाना काजू का सेवन करना चाहिए। काजू में कॉलेस्ट्रॉल नहीं होता है इसलिए ये हार्ट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। रोजाना काजू खाने से हार्ट प्रॉबल्म की आंशका कम होती है। काजू में भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है जो मसल्स को मजबूत बनाने में मददगार होता है। काजू में फाइबर होता है, इन्हें रोजाना खाने से डाइजेशन प्रॉबल्म ठीक रहती है। और वजन कम होता है।