नई दिल्ली से प्रयागराज के बीच सेमी
हाईस्पीड ट्रेन 18 का हुआ ट्रायल
सुविधा - थोड़ी देर से पहुंची, दिल्ली-प्रयागराज का फेरा हुआ पूरा
रेलकर्मी की सतर्कता के चलते हादसे से बची ट्रेन-18
आवाज़ ऐ हिन्द टाइम्स संवादाता, दिसम्बर 2018 | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी सेमी हाईस्पीड ट्रेन 18 का नई दिल्ली से प्रयागराज के बीच ट्रायल किया गया और जब यह ट्रेन शुक्रवार आधी रात को 12.55 पर दिल्ली से चलकर 130 किमी की रफ्तार से चली तो अलीगढ़ से दाऊद स्टेशन के बीच हादसे का शिकार होते होते । बची। दरअसल यहां रेलवे ट्रैक फैक्चर था और इसे रेलकर्मी ने देखकर तरंत आधकारिया का सूचना दी।
# नई दिल्ली से प्रयागराज के बीच सेमी हाईस्पीड ट्रेन
फिर उसे ठीक कर करीबन 25 मिनट की देरी से ट्रेन को आगे रवाना किया जा सका और आधा घंटे की देरी से ही यह सुबह 7.48 पर इलाहाबाद जंक्शन पहुंची। ट्रेन को शनिवार दोपहर करीबन दो बजे इलाहाबाद से वापस रवाना किया गया और देर रात तक दिल्ली पहुंच गई। रेलवे अधिकारियों की माने तो अब इसे नव वर्ष पर दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाने की तैयारी की जा रही है। जानकारों के अनुसार 16 कोच वाली इस ट्रेन में दो एक्जीक्यूटिव श्रेणी के कोच व पेंट्रीकार भी है तो वहीं पूरी ट्रेन सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। ट्रेन जहां 80 सेकेंड के भीतर 130 की रफ्तार पकडने में सक्षम है तो स्पीड ट्रायल की रिपोर्ट देखने के बाद ही रेलवे बोर्ड की मंजूरी के आधार पर इसे नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाई जाएगी।
# नई दिल्ली से प्रयागराज के बीच सेमी हाईस्पीड ट्रेन
ट्रेन-18 नई दिल्ली से चलकर आधे घंटे की देरी से प्रयागराज जंक्शन पहुंची। खास बात यह है कि कानपुर से प्रयागराज तक का करीब 200 किलोमीटर का सफर ट्रेन ने महज दो घंटे में तय किया। बता दें, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से यह ट्रेन शुक्रवार आधी रात 00.55 बजे रवाना हुई थी और शनिवार सुबह करीब 7.48 बजे ट्रेन प्रयागराज पहुंच गई। ट्रेन ने करीब 6.53 घंटे में दिल्ली से प्रयागराज का सफर तय किया। इसे 6.25 घंटे में ही प्रयागराज पहुंचना था। ट्रेन-18 को 27 दिसंबर को ही ट्रॉयल पर दिल्ली से प्रयागराज जंक्शन पर आना था।
# नई दिल्ली से प्रयागराज के बीच सेमी हाईस्पीड ट्रेन
उत्तर मध्य रेलवे ने स्पीड सर्टिफिकेट जारी कर दिया था लेकिन आरडीएसओ से कुछ प्रमाण पत्रों के कारण ट्रेन का ट्रायल नहीं हो सका। ट्रेन को कुंभ के दौरान प्रयागराज से नई दिल्ली स्टेशन के मध्य चलाए जाने की संभावना है। वहीं इस ट्रेन को 130 किलोमीटर तक चलाने की अनुमति के साथ संरक्षा आयुक्त ने पटरियों, सिग्नलिंग व रेडियो फ्रिक्वेंसी, क्रॉसिंग सहित कई सुझाव दिए हैं।