सुपौल और पटना साहिब लोकसभा सीट कांग्रेस की,
पाटलिपुत्र, दरभंगा और बेगूसराय सीट राजद के पास
पटना, मार्च। बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस में सीटों के बंटवारे को लेकर चल रहा विवाद सुलझ गया है। पटना में एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजग नेता तेजस्वी यादव ने लोकसभा सीटों को लेकर हिस्सेदारी का ऐलान किया।
सीटें के बंटवारे के तहत सुपौल और पटना साहिब लोकसभा सीट कांग्रेस के खाते में आई है। वहीं, पाटलिपुत्र, दरभंगा, सारण और बेगूसराय सीट राजद के हिस्से में गई है। इसके साथ ही सीवान, महाराजगंज, बक्सर, जहानाबाद और गोपालगंज सीट भी लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद के पास आई है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन अटूट है और हमने पहले भी कहा है कि यह महागठबंधन जनता के दिलों का गठबंधन है।
आने वाली लड़ाई संविधान बचाने की है। लोकतंत्र को बचाने की है। न्याय और अन्याय, सच और झूठ की लड़ाई है। दो चरण के उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर दी है। तेजस्वी ने इस दौरान बाकी के पांच चरणों की सीटों पर पार्टीवार सीट शेयरिंग का ऐलान किया। शिवहर सीट से राजद उम्मीदवार का नाम बाद में घोषित किया जाएगा। वहीं, वीआईपी के हिस्से में आई मधुबनी लोकसभा सीट पर भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान बाद में होगा।
राजद में सियासी बवाल, बिगड़े तेज प्रताप -
बिहार में एक तरफ से महागठबंधन और एनडीए के बीच चुनावी मुकाबला हैं वहीं महागठबंधन में भी खींचतान जारी है। इस समय चर्चाओं में राज्य की सारण सीट है जहां से एनडीए ने पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी को मैदान में उतारा है तो वहीं राजद की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा राय के पुत्र और तेज प्रताप यादव के ससुर चंद्रिका राय को टिकट दिया है। सूत्रों के मुताबिक, तेज प्रताप अपने ससुर के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं।