उपग्रह मार गिराया भारत ने अंतरिक्ष में 

ए-सैट मिसाइल की ताकत दुनिया ने देखी



यह पटीक्षण विज्ञान में भारत के सामर्थ्य तथा देशवासियों की सुरक्षा और सशक्तीकरण के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग की प्रतिबद्धता दर्शाता है। मिशन से जुड़े सभी लोगों को मेटी बधाई : रामनाथ कोविंद


दुनिया की चौथी अंतरिक्ष महाशक्ति बनाने के लिये के वैज्ञानिकों को बधाई दीहै। बहुत बढ़िया डीआरडीओ, आपके काम पर बेहद गर्व है: राहुल गांधी


नई दिल्ली, मार्च। भारत ने सक्रिय उपग्रह को अंतरिक्ष में ही मार गिराने की क्षमता हासिल कर बुधवार को दुनिया की चौथी अंतरिक्ष महाशक्ति के रूप में अपना नाम दर्ज करा लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम विशेष संबोधन में यह क्षमता हासिल कर लेने की घोषणा की।


उन्होंने बताया कि आज कुछ ही समय पहले स्वदेश निर्मित एंटी-सैटेलाइट मिसाइल (ए-सैट) से 'मिशन शक्ति' ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है। महज तीन मिनट में यह ऑपरेशन पूरा कर लिया गया। इस मिशन के तहत 300 किलोमीटर दूर पृथ्वी की निचली कक्षा (लो अर्थ ऑर्बिट) में स्थित एक उपग्रह को लक्ष्य बनाया गया था जिसे ए-सैट ने सफलतापूर्वक मार गिराया।


मिशन अपने उद्देश्यों तथा लक्ष्यों में पूरी तरह सफल रहा। अमेरिका, रूस और चीन के बाद यह क्षमता हासिल करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन गया है। भारत को मजबूती देगी ए-सैट मिसाइल श्री मोदी ने कहा कि यह किसी देश के खिलाफ नहीं है।


ए-सैट मिसाइल भारत की सुरक्षा और विकास यात्रा की दृष्टि से देश को एक नयी मजबूती देगा। मैं आज विश्व समुदाय को भी आश्वस्त करना चाहता हूँ कि हमने जो नयी क्षमता प्राप्त की है यह किसी के विरुद्ध नहीं है। यह तेज गति से आगे बढ़ रहे हिन्दुस्तान की रक्षात्मक पहल है।


हथियारों की होड़ के खिलाफ भारत प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत हमेशा से ही अंतरिक्ष में हथियारों की होड़ के विरुद्ध रहा है और इससे इस नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। आज का यह परीक्षण किसी भी तरह के अंतरराष्ट्रीय कानून अथवा संधि-समझौतों का उल्लंघन नहीं करता है। भारत आधुनिक तकनीक का उपयोग अपने 130 करोड़ नागरिकों की सुरक्षा एवं उनके कल्याण के लिए करना चाहता है।


चुनाव आयोग करेगा जांचचुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री के ‘मिशन शक्ति' संबोधन पर विपक्षी दलों की ओर से की गई आपत्तियों पर संज्ञान लेते हुए इस मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। विपक्षी दलों का आरोप है कि श्री मोदी ने अपने इस संबोधन के जरिये आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है।


चुनाव आयोग ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर आज दोपहर बाद राष्ट्र को संबोधित करने के मामले का चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग ने अधिकारियों की एक समिति को चुनाव आचार संहिता के मद्देनजर जल्द से जल्द इसकी जांच के आदेश दिए हैं।


इससे पहले आज मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी ने चुनाव आयोग में शिकायत की थी कि श्री मोदी के द्वारा राष्ट्र को संबोधित करने से आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है। श्री येचुरी ने आयोग को लिखे एक पत्र में कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि पूरा देश उन विशेष कारणों को जानना चाहेगा कि चुनाव आयोग ने आम चुनावों के दौरान भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धियों को राजनीतिक रंग देने की अनुमति क्यों दी।


एक टिप्पणी भेजें (0)
और नया पुराने
close