मच्छरों के प्रजनन पर पाया जा सकता है काबू, ठोस कचरे के प्रबंधन से : तुली

आवाज़ ए हिंद टाइम्स सवांदाता, नई दिल्ली, अप्रैल। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने विश्व मलेरिया दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।



इसका आयोजन दक्षिणी जोन के जन स्वास्थ्य विभाग ने इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ साइंसिस के साथ मिलकर किया। विश्व विद्यालय के कुलपति नागेश्वर रॉव ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।


तकनीकी सत्र को विश्व स्वास्थ्य संगठन के तकनीकी क्षेत्र के विशेषज्ञ डॉ. आरएस शर्मा और दक्षिणी जोन के उप स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनआर तुली ने संबोधित किया। दक्षिण जोन ने मलेरिया पर नियंत्रण और बचाव से संबंधित प्रदर्शनी भी आयोजित की। विशेषज्ञों ने कहा कि ठोस कचरे के प्रबंधन और समय पर नालों से गाद निकाले जाने से मच्छरों के प्रजनन पर काबू पाया जा सकता है।


कार्यक्रम में विश्व मलेरिया दिवस के इस वर्ष के विषय- जीरो मलेरिया स्टार्टस विद मी को रेखांकित किया गया। सभी उपस्थित व्यक्तियों ने अपने घरों और कार्य स्थलों पर मलेरिया के नियंत्रण की शपथ ली। डॉ. तली ने कहा कि इस बीमारी पर नियंत्रण के लिए बचाव के उपाय और व्यवहार में परिवर्तन लाना आवश्यक है।


लोगों को अपने घर और आसपास यह जांच करनी चाहिए कि पानी जमा न होवे यह भी सुनिश्चित करें कि घर के ऊपर रखे टैंक ढके हुए हैंऔर डैजर्ट कूलर में हर सप्ताह पानी बदला जा रहा है। बच्चों को मच्छरों से काटने के बचाने के लिए पूरी बाजू के कपड़े डाले जाने चाहिए।


इस अवसर पर दक्षिणी जोन के उपायुक्त विश्वेंद्र ने भी विचार व्यक्त किए। मलेरिया एक मच्छर जनित बीमारी है जो मादा एनफेलेस मच्छर के काटने से होता है2017 के दौरान विश्व में भारत में मलेरिया से 194 लोगों की मौत हुई । दिल्ली में 577 मामले सामने आए और 3 लोगों के मरने की खबर हैभारत उन 5 देशों में शामिल है जिनमें विश्व के कुल 50 प्रतिशत मलेरिया के मामले होते हैं। 


एक टिप्पणी भेजें (0)
और नया पुराने
close