850 किलोवाट बिजली होगी पैदा विस्तारित लिंक से 

सुविधा - पैनल लगाने का काम पूरा तकनीकी रूप से


 


स्टेशनों पर संचालित अन्य सेवाओं में होगा प्रयोग, 
ट्रेन संचालन का कार्य सप्लाई बिजली से किया जाएगा


नोएडा, मार्च। सिटी सेंटर से इलेक्ट्रानिक सिटी विस्तार लिंक से डीएमआरसी 850 किलोवाट बिजली पैदा करेगा। यह बिजली सोलर प्लांट के जरिए पैदा की जाएगी। इसके लिए पैनल लगाने व इंस्टालेशन का काम आगामी 12 दिनों में पूर लिया जाएगा। हालांकि इस सेक्शन में तकनीकी के चलते इलेक्ट्रानिक सिटी मेट्रो स्टेशन पर इस पैनल को नहीं लगाया गया है। शेष सेक्टर-34, 52, 61, 59, 62 मेट्रो स्टेशनों पर इन सोलर पैनलों को लगाया जा चुका है।


इस बिजली का प्रयोग अतरिक्त कार्यों के लिए किया जाएगा। ट्रेन संचालन का कार्य सप्लाई बिजली से किया जाएगा। डीएमआरसी ने 9 मार्च को एक्सटेंशन लिंक आम लोगों के लिए खोल दिया था। विस्तार से हजारों की संख्या में मुसाफिरों को इस लाइन का लाभ मिलने लगा है। साथ ही सिटी सेंटर पर पड़ने वाले भार से भी निजात मिली है। डीएमआरसी के अधिकारियों ने बताया कि उद्घाटन के समय सौर पैनल का प्रयोग नहीं किया जा सकता था।


क्योकि इंस्टॉलेशन का काम पूरा नहीं हो सका था। ऐसे में 10 से 12 दिनों में स्टेशनों पर लगे सौलर पैनल से बिजली उत्पादन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। सौर ऊर्जा संयंत्र के माध्यम से अपने दिन-प्रतिदिन की बिजली की जरूरतों को पूरा किया जाएगा। सौर संयंत्रों से उत्पन्न ऊर्जा का उपयोग प्रकाश, एयर कंडीशनिंग व स्टेशनों पर ऑपरेटिंग लिफ्टों व एस्केलेटर और अन्य सहायक आवश्यकताओं के लिए किया जाएगा।


हालांकि, गाड़ियों को केवल ग्रिड से आपूर्ति की गई बिजली से संचालित किया जाएगा। बताते चले कि इस सेक्शन में इलेक्ट्रॉनिक सिटी मेट्रो स्टेशन को छोड़कर, विस्तार लिंक पर अन्य सभी स्टेशनों में सौर संयंत्र हैं। इलेक्ट्रॉनिक सिटी मेट्रो स्टेशन में तकनीकी कारणों से सौर ऊर्जा संयंत्र नहीं है। सौर संयंत्रों को स्थापित करना पर्यावरण नीति का हिस्सा है और यह बिजली ग्रिड पर निर्भरता को कम करने में मदद करेगा।


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