भाजपा को बताया दलित विरोधी, उदित राज ने थामा कांग्रेस का हाथ 


उदित राज दलित नेता हैं और उनकी अलग छवि है। उनके कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी को काफी फाएदा होगाः शीला दीक्षित


गूंगे-बहरे बन कर रहने पर ही कोई पद मिल सकता है। यदि कोई आवाज उठाता है तो उसे किनारे लगा दिया जाता है : उदित राज


आवाज़ ए हिंद टाइम्स सवांदाता, नई दिल्ली, अप्रैल। उत्तर पश्चिम दिल्ली से भाजपा के सांसद रहे उदित राज कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। उन्होंने भाजपा व आरएसएस को दलित विरोधी करार देते हुए कहा कि वहां गूंगे-बहरे बन कर रहने पर ही कोई पद मिल सकता है। यदि कोई आवाज उठाता है तो उसे किनारे लगा दिया जाता है।


वे स्वयं इसका उदाहरण हैं। इससे पता चलता है कि वहां दलितों से कितनी नफरत की जाती है। वहीं दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने कहा कि उदित राज दलित नेता हैं और उनकी अलग छवि है। उनके कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी को काफी फाएदा होगा। महासचिव केसी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला ने भी उदित राज की जम कर तारीफ कि और कहा है कि जब-जब दलितों व कमजोर तबकों से जुड़ा कोई मुद्दा आया तो उन्होंने आवाज बुलंद की।


ध्यान रहे कि वर्ष 2014 में उदित राज ने अपनी पार्टी का भाजपा में विलय कर दिया था और उ.प. दिल्ली से सांसद बन गए थे। इस बार पार्टी ने उनका टिकट काट दिया, जिसके चलते वे नाराज हो गए थे। बुधवार को उदित राज ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की और इसके बाद प्रेस कांफ्रेंस कर पार्टी में शामिल होने का एलान किया।


उन्होंने कुछ एजेंसियों के सर्वेक्षण का हवाला देते हुए कहा कि उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने वाला सांसद बताया गया था। इसके बावजूद उनका टिकट काट दिया गया। यदि वे इसी सीट से दोबारा चुनाव लड़ते तो जीत पक्की थी। उदित राज ने कहा कि पिछले वर्ष 2 अप्रैल को उन्होंने दलितों के भारत बंद का समर्थन किया था। इसके अलावा भी वे दसियों बार दलितों व अदिवासियों के मुद्दे को लेकर भाजपा के रूख के खिलाफ खड़े हुए। इन्हीं सब की सजा उन्हें दी गई है।


यदि वे गूंगे-बहरे बन कर रहते तो उनके साथ ऐसा नहीं होता। इनता ही नहीं उदित राज ने कहा कि भाजपा झूठा प्रचार करती है। पिछले 5 साल में 38 कुलपति नियुक्त किए गए, लेकिन इनमें से एक भी दलित नहीं था। मोदी सरकार ने एससी/एसटी छात्रों को मिलने वाली राजीव गांधी स्कालरशिप भी बंद कर दी। दलितों को बैंकों से कर्ज देने का वादा भी झूठा साबित हुआ है।


उनका कहना था कि भाजपा झूठा प्रचार कर दलितों का वोट लेने कि कोशिश कर रही है, लेकिन सच्चाई यह है कि वह दलित विरोधी है। उदित राज ने कहा कि उन्होंने राहुल गांधी से अपने लिए कुछ नहीं मांगा है। वे पार्टी के लिए प्रचार करेंगे।


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