बयान - भारत में भी कई कंपनियों ने रिसाइकलिंग पर दिया है जोर
बॉयोडिवोडेबल प्लास्टिक के उपयोग में बढोतरी हो रही है जो कुछ वर्षों में स्वतः ही नष्ट हो जाता है। इस तरह के प्लास्टिक की मांग बढ़ रही है। वैश्विक स्तर पर अभी भी प्लास्टिक का उपयोग बढ़ रहा है लेकिन उपयोग के तौर तटीके बदल रहे। हैं: राजेश भाटिया
नई दिल्ली, अप्रैल। पयार्वरण को ध्यान में रखते हुए प्लास्टिक के इस्तेमाल को नियंत्रित करने पर जारी बहस के बीच पैकेजिंग क्षेत्र की देश की सबसे बड़ी कंपनी यूफ्लेक्स ने कहा कि पैकेजिंग के लिए सबसे किफायती व सरल विकल्प प्लास्टिक है लेकिन इसकी रिसाइकलिंग पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत है। कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी राजेश भाटिया ने यहां एक समाचार पत्र से बातचीत में यह दावा किया कि पूरी दुनिया में अब भी प्लास्टिक ही पैकेजिंग का सबसे बेहतर विकल्प है।
पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए इसको रिसाइकल किए जाने की जरूरत है और वैश्विक स्तर पर यह काम हो रहा है। भारत में भी कई कंपनियों ने रिसाइकलिंग पर जोर दिया है। उन्होंने अपनी कंपनी का उल्लेख करते हुएकहा कि मल्टी लेयर प्लास्टिक पैकेजिंग के अवशिष्ट को उनकी कंपनी रिसाइकल कर रही है और इससे लाइट डीजल भी बनाए जा रहे हैं।
अभी कंपनी के नोएडा स्थित संयंत्र में प्लास्टिक से लाइट डीजल बनाया जा रहा है जिसका कंपनी अपने संयंत्र परिसर में ही उपयोग भी कर रही है। इसके अतिरिक्त मल्टी लेयर प्लास्टिक को रिसाइकल कर घरेलू एवं बाहर उपयोग होने वाले उत्पाद भी बनाए जा रहे हैं। इसकी रिसाइकलिंग और उससे बने उत्पादों को जोर- शोर से बढ़ाने की आवश्यकता है और इसके लिए सरकार के साथ ही निजी क्षेत्र को भी आगे बढ़ना होगा।
श्री भाटिया ने कहा कि बॉयोडिग्रेडेबल प्लास्टिक के उपयोग में बढ़ोतरी हो रही हैजो कुछ वर्षों में स्वत: ही नष्ट हो जाता है। इस तरह के प्लास्टिक की मांग बढ़ रही है। वैश्विक स्तर पर अभी भी प्लास्टिक का उपयोग बढ़ रहा है लेकिन उपयोग के तौर तरीके बदल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी दुनिया के कई देशों के कारोबार कर रही है और हर देश में मांग बढ़ रही है जिसके बल पर कंपनी का कारोबार चालू वित्त वर्ष में करीब 15 फीसदी से अधिक की दर से बढ़ रही है।