सब्जबाग खोखला दिल्लीवासी को सस्ता मकान उपलब्ध कराने का  : भाजपा

झुग्गीवासियों को बने 18 हजार फ्लैट्स केजरीवाल
सरकार ने चार साल में नहीं दिए : विजेन्द्र गुप्ता



आवाज़ ए हिंद टाइम्स सवांदाता, नई दिल्ली, अप्रैल। दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने आज कहा कि लोकसभा चुनाव प्रचार में आम आदमी पार्टी का 10 वर्ष के भीतर हर दिल्लीवासी को सस्ता मकान उपलब्ध कराने का सब्जबाग पूरी तरह खोखला है।


उसके खोखले वायदे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि केजरीवाल सरकार अपने चार वर्ष से भी अधिक के कार्यकाल में एक भी झुग्गीवासी को अपने कार्यकाल में एक भी नया मकान नहीं बना पाई। आम आदमी पार्टी झुग्गीवासियों को पक्का मकान देने का झूठा वायदा कर सत्ता में आई। आज स्थिति इतनी बदतर रही कि सरकार ने 18 हजार बने मकानों में से एक का भी आवंटन नहीं कर पाई है।


उन्होने कहा कि सरकार की वादाखिलाफी के कारण हजारों परिवार मकान की आस में सरकार को दी गई राशि के लिए गए कर्ज के भीषण जाल में फंसकर रह गए। झुग्गीवासियों को मकान आवंटित करने के लिए केजरीवाल सरकार ने गंभीरतापूर्वक किसी ठोस नीति पर काम भी नहीं किया। ऐसी पार्टी से हर दिल्लीवासी को सस्ता मकान मिलने की उम्मीद करना पूरी तरह से बेमानी है।


दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड द्वारा झुग्गीवासियों की पात्रता के लिए 25 फवरी, 2013 को नीति तैयार की गई थी। इसके अनुसार झुग्गीवासियों से 68हजार रूपये लाभार्थी अंश के मद में अग्रिम राशि के रूप में लिए गए थे। इसके उपरांत जिनकी पात्रता का निर्धारण दिल्ली स्लम व जेजे पुनस्र्थापना एवं पुनर्वास नीति, 2015 के अनुरूप किया गया। उनसे 1.12 लाख रूपये अग्रिम राशि के रूप में लिए गए।


इसके अतिरिक्त सभी लाभार्थियों से 30 हजार रूपये पांच वर्ष के आवंटित फ्लेट के रखरखाव के मद में प्राप्त किये गये। अभी तक इन दोनों मदों में 5173 झुग्गीवासियों से कुल 39.40 करोड़ रूपये वसूल किए गए लेकिन मकानों का आवंटन कुल 1469 ही हो सका है। गुप्ता ने कहा कि इसके कारण हजारों परिवारों को न तो फ्लेट मिला और न ही जमा कराई गई राशि। वे कर्ज के मकड़जाल में बुरी तरह फंसे हुए हैं।


दिल्ली के लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले दिल्ली सरकार ने राजधानी के झुग्गीवासियों के वोट हासिल करने के लिये उनको पक्के मकान देने का वायदा किया था।


- 383 -


एक टिप्पणी भेजें (0)
और नया पुराने
close